Ram Mandir:- भगवान श्री राम की इस प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए चुना गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी जी ने Ram Mandir Pratima के भव्य प्राण प्रतिष्ठान समारोह से पहले ही अयोध्या में स्थापित की जाने वाली भगवान श्री राम की मूर्ति की तस्वीर का खुलासा किया है।
सोशल मीडिया एक्स के एक पोस्ट में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लिखा की, “अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रतिमा का चयन कर लिया गया है। हमारे देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई भगवान श्री राम की मूर्ति अयोध्या राम मंदिर में स्थापित की जाएगी।“
इस मूर्ति को कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तराशा है। मूर्तिकार योगीराज की मां ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत ही सुखद क्षण है की प्रतिमा तरसने का जिम्मेदारी हमें मिला। मैं उन्हें राम लला को तराशते और आकार देते हुए देखना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कहा कि वह मुझे आखिरी दिन मूर्ति के दर्शन के लिए ले के जाएंगे। इसलिए, मैं आखिरकार ऐसा करुँगी।” Ram Mandir में इसकी भव्य स्थापना के दिन मेरी नजरें मूर्ति पर टिकी रहेगी ।”
Ram Mandir उद्घाटन:-
Ram Mandir ट्रस्ट सदस्य का कहना है की रामलला की तीनों मूर्तियां तैयार हैं। 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे अयोध्या Ram Mandir में अभिषेक समारोह होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही लोगों से अपील की है कि वे 22 जनवरी को राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा‘ के दिन को ‘दिवाली‘ के रूप में मनाये। प्रधानमंत्री ने लोगो से अपील की है की वे अपने घरों में विशेष ‘दीये‘ जलाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या का दौरा किया, जिसके दौरान उन्होंने एक रोड शो किया, पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन और नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन भी किया और इसके साथ कई अन्य परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।
5 अगस्त, 2020 को उन्होंने अयोध्या में आगामी मंदिर के लिए ‘भूमिपूजन‘ समारोह किया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला–
एक सदी से भी अधिक पुराने विवादास्पद मुद्दे 40 दिनों की लगातार सुनवाई को सुलझाते हुए, देश के सबसे बड़े कोर्ट ने 9 नबम्बर 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर Ram Mandir ट्रस्ट के द्वारा राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया और फैसला सुनाया कि विवादित ढांचे पर Ram Mandir का निर्माण हो और मस्जिद के लिए अयोध्या में ही पांच एकड़ का वैकल्पिक भूखंड खोजा जाना चाहिए।
कोर्ट ने कहा कि पुरातत्व विभाग की खोज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने ये भी कहा था की बाबरी मस्जिद का निर्माण किसी खाली जगह पर नहीं किया गया था. विवादित जमीन के नीचे एक ढांचा था और यह इस्लामिक ढांचा नहीं था, इसलिए इस जगह पर मंदिर का निर्माण होगा।
समारोह की तयारी–
समारोह के लिए लाखों भक्तों के अयोध्या आने की उम्मीद है, जिसमें भारत और विदेश से 7,000 से भी अधिक मेहमानों के समारोह शामिल होने की संभावना है। अयोध्या में राम लला के प्राण–प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी से ही शुरू हो जाएगी।
22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे वाराणसी के पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित जी करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महाउत्सव मनाया जाएगा।
अयोध्या में 1008 हुंडी महायज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं को भोजन करने की भी व्यबस्था की गई है। हजारों भक्तों को समायोजित करने के लिए अयोध्या में कई तम्बू शहर भी बनाए जा रहे हैं, जिनके भव्य अभिषेक के लिए उत्तर प्रदेश के मंदिर शहर में पहुंचने की उम्मीद है। श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के मुताबिक 10,000-15,000 लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी.
शुभ मुहूर्त का यह क्षण मात्र 84 सेकंड का होगा जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा.
Add Your Heading Text Here
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Ut elit tellus, luctus nec ullamcorper mattis, pulvinar dapibus leo.